News India Live, Digital Desk:New Traffic Rule उत्तर प्रदेश अपनी कानून-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में अब राज्य के एक और जिले में अत्याधुनिक और सख्त ट्रैफिक नियमों को लागू किया जाने वाला है। इस नए नियम के तहत, जिले के हर चौराहे पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित कैमरे लगाए जाएंगे, जो यातायात उल्लंघन करने वालों पर पैनी नज़र रखेंगे। यह कदम निश्चित रूप से ट्रैफिक को सुचारू बनाने और सड़क हादसों को कम करने में मील का पत्थर साबित होगा।
क्या है यह नया नियम और कैसे काम करेगा AI कैमरा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नया ट्रैफिक नियम खासकर शहर के उन चौराहों पर लागू होगा, जहां ट्रैफिक सिग्नल होते हैं या जहां बहुत ज़्यादा भीड़ रहती है। AI कैमरा सिस्टम का उद्देश्य ‘मैन्युअल हस्तक्षेप’ (manual intervention) को कम करना और उल्लंघन करने वालों की स्वचालित (automatic) पहचान करना है।
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उल्लंघन की पहचान: AI कैमरे सड़कों पर रेड लाइट जंप करने, स्टॉप लाइन पार करने, गलत लेन ड्राइविंग, बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के गाड़ी चलाने, ओवर-स्पीडिंग, नो-पार्किंग ज़ोन में गाड़ी खड़ी करने जैसे सभी नियमों को रिकॉर्ड करेंगे।
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नंबर प्लेट की पहचान: ये कैमरे नंबर प्लेट को खुद-ब-खुद (ऑटोमेटिकली) पहचानेंगे और नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान सीधे उनके घर भेज दिए जाएंगे।
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लाइव निगरानी: कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी इन कैमरों के ज़रिए पूरे शहर के ट्रैफिक का रियल-टाइम में मॉनिटर कर सकेंगे।
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प्रभाव: इससे न सिर्फ लोगों में ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति गंभीरता आएगी, बल्कि सड़कों पर होने वाले हादसों में भी कमी आएगी। ट्रैफिक पुलिस का बोझ भी हल्का होगा, जिससे वे कानून व्यवस्था के अन्य पहलुओं पर अधिक ध्यान दे पाएंगे।
कहां लागू होगा यह नियम?
हालांकि खबर में किसी विशेष जिले का नाम नहीं बताया गया है, लेकिन ऐसी आधुनिक प्रणालियां आमतौर पर पहले बड़े शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, नोएडा, वाराणसी आदि में लागू की जाती हैं, और फिर धीरे-धीरे अन्य जिलों में विस्तारित की जाती हैं। यह निश्चित रूप से यातायात नियमों के उल्लंघन पर अंकुश लगाने और सड़कों को अधिक सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य को ‘स्मार्ट सिटी’ और ‘स्मार्ट गवर्नेंस’ की दिशा में ले जाने का एक बड़ा संकेत है। यह तकनीक और कानून का बेहतरीन संगम है जो आम जनता को भी सुरक्षित यातायात का अनुभव देगा।
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