Amarnath Yatra 2025 : अब ‘AI की नज़र में हाई-टेक निगरानी से होगा सुरक्षा कवच

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Amarnath Yatra 2025 : अब ‘AI की नज़र में हाई-टेक निगरानी से होगा सुरक्षा कवच

News India Live, Digital Desk: Amarnath Yatra 2025 :  जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए, ख़ासकर वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान, सुरक्षा एजेंसियों ने इस बार कमर कस ली है! साल 2025 में होने वाली अमरनाथ यात्रा को पहले से कहीं ज़्यादा सुरक्षित बनाने के लिए, अब तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। तीर्थयात्रियों की हर एक गतिविधि पर न सिर्फ़ नज़र रखी जाएगी, बल्कि इस बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से उनकी निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी अनहोनी या आतंकी साजिश को समय रहते विफल किया जा सके।

क्यों चाहिए ये हाई-टेक सुरक्षा?

जम्मू-कश्मीर, और ख़ासकर अमरनाथ यात्रा का मार्ग, अपनी संवेदनशीलता के लिए जाना जाता है। हाल के दिनों में सीमा पार से आने वाले आतंकियों ने बार-बार इस यात्रा और इसके श्रद्धालुओं को निशाना बनाने की कोशिश की है। इन चुनौतियों को देखते हुए, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहले ही एक व्यापक योजना बनाई है, जिसके तहत यात्रा के पूरे रास्ते पर सख्त सुरक्षा बंदोबस्त किए जाएंगे। अब इसमें AI की मदद को भी शामिल किया जा रहा है।

AI कैसे करेगा काम?

  • रियल-टाइम निगरानी (Real-Time Monitoring): पूरे यात्रा मार्ग पर हाई-डेफिनिशन CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे लगातार तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड करेंगे, और AI सिस्टम उन फुटेज का विश्लेषण करेगा।

  • असामान्य गतिविधियों की पहचान: AI की मदद से किसी भी संदिग्ध या असामान्य गतिविधि, जैसे भीड़ का इकट्ठा होना, अज्ञात व्यक्ति का आना, या किसी असामान्य वस्तु का दिखना, तुरंत सुरक्षा बलों को अलर्ट करेगा।

  • पहचान (Identification): AI फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग करके यात्रियों की पहचान में मदद कर सकता है, खासकर सुरक्षा जांच चौकियों पर। यह फरार अपराधियों या संदिग्धों की पहचान में भी मदद कर सकता है।

  • भीड़ नियंत्रण (Crowd Management): AI भीड़ के घनत्व (crowd density) को ट्रैक कर सकता है और ज़रूरत पड़ने पर भीड़ को नियंत्रित करने के उपाय सुझा सकता है, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति से बचा जा सके।

  • तेज प्रतिक्रिया: जब AI किसी खतरे का पता लगाता है, तो यह तुरंत संबंधित सुरक्षा टीमों को सूचना देगा, जिससे वे समय पर प्रतिक्रिया दे सकें।

यह AI-आधारित निगरानी प्रणाली न सिर्फ़ आतंकवाद के ख़तरे को कम करेगी, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं या किसी दुर्घटना के मामले में भी तेज़ी से प्रतिक्रिया देने में मदद करेगी।

अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्थाएं:

AI के अलावा, पारंपरिक सुरक्षा उपाय भी लागू रहेंगे:

  • ड्रोन निगरानी (Drone Surveillance): संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से लगातार नज़र रखी जाएगी।

  • अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी: यात्रा मार्ग और कैंपों पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।

  • चेक पॉइंट्स: रास्ते में जगह-जगह सख़्त जांच चौकियां (Check Points) स्थापित की जाएंगी।

अमरनाथ यात्रा हर साल हज़ारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। इस हाई-टेक सुरक्षा से यात्री सुरक्षित महसूस करेंगे और शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे। यह सुनिश्चित करना सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिकता है कि हर यात्री सुरक्षित रूप से बाबा बर्फानी के दर्शन कर सके।

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