National Highway : बिहार की सड़कों की बदलेगी सूरत ,38 स्टेट हाईवे बनेंगे नेशनल हाईवे, सफर होगा शानदार

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National Highway : बिहार की सड़कों की बदलेगी सूरत ,38 स्टेट हाईवे बनेंगे नेशनल हाईवे, सफर होगा शानदार

News India Live, Digital Desk:  National Highway :  बिहार में सड़कों के दिन अब बहुरने वाले हैं। अगर आप भी टूटी-फूटी सड़कों, गड्ढों और लंबे ट्रैफिक जाम से परेशान हैं, तो केंद्र सरकार आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी लेकर आई है। केंद्र सरकार ने बिहार की 38 प्रमुख स्टेट हाईवे (SH) को नेशनल हाईवे (NH) का दर्जा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस बड़े प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है और बिहार सरकार से उन 38 सड़कों की सूची मांगी है, जिन्हें अपग्रेड किया जाना है। इन सड़कों की कुल लंबाई लगभग 2286 किलोमीटर है।

लेकिन इसका मतलब क्या है और इससे आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा?

आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं। अभी इन सड़कों की देखरेख और मरम्मत की जिम्मेदारी बिहार सरकार की होती है, जिसके पास सीमित बजट होता है। जब ये सड़कें नेशनल हाईवे बन जाएंगी, तो इनकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार के पास चली जाएगी, जिसे NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) देखेगा। NHAI के पास बहुत बड़ा बजट और आधुनिक तकनीक होती है।

इस बड़े बदलाव से आपको मिलेंगे ये 5 बड़े फायदे:

  1. सड़कें होंगी चौड़ी और मजबूत: ज्यादातर स्टेट हाईवे 2-लेन के होते हैं। नेशनल हाईवे बनते ही इन्हें कम से कम 4-लेन या 6-लेन का बनाया जाएगा। सड़कें मजबूत होंगी और जल्दी टूटेंगी नहीं।

  2. सफर होगा तेज और आरामदायक: चौड़ी और अच्छी सड़कों पर गाड़ियां फर्राटा भर सकेंगी। इससे आपका सफर करने का समय काफी कम हो जाएगा और यात्रा आरामदायक होगी।

  3. जाम से मिलेगी मुक्ति: चौड़ी सड़कें होने से शहरों के अंदर और बाहर लगने वाले लंबे जाम से काफी हद तक छुटकारा मिलेगा।

  4. बढ़ेगी सुरक्षा: अच्छी और चौड़ी सड़कों पर डिवाइडर और उचित साइनेज होने से दुर्घटनाओं का खतरा भी कम हो जाता है।

  5. आर्थिक विकास को लगेंगे पंख: जब किसी राज्य में सड़कों का जाल मजबूत होता है, तो वहां व्यापार, उद्योग और खेती-किसानी सभी को फायदा होता है। माल ढुलाई आसान और सस्ती हो जाती है, जिससे पूरे इलाके का आर्थिक विकास होता है।

यह फैसला बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक ‘गेम-चेंजर’ साबित हो सकता है। इससे न सिर्फ बिहार के जिले एक-दूसरे से बेहतर तरीके से जुड़ेंगे, बल्कि बिहार का अन्य राज्यों के साथ भी संपर्क मजबूत होगा, जिससे राज्य की तरक्की को एक नई रफ्तार मिलेगी।

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