Mental Health what is exploding head syndrome causes symptoms treatment in Hindi
Exploding Head Syndrome : तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और बढ़ते कॉम्पटीशन में तनाव से बच पाना आसान नहीं है. इसकी वजह से कई तरह की गंभीर समस्याएं बढ़ रही हैं. तनाव के चलते रात में नींद पूरी नहीं हो पाती है. जिसका असर हमारी दिनचर्या पर देखने को मिलता है. लगातार ऐसा होने से कई लोगों को रात में सोते समय सिर चकराने, तेज सिदरद्रद और कुछ टूटने की आवाज आती है. इसकी वजह से उनकी नींद टूट जाती है. इससे झुंझलाहट से पूरा शरीर भर जाता है. यह कंडीशन एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम कहलाता है. इस स्लीप डिसऑर्डर से कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं.
एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम क्या होता है
एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम, एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें इंसान को अपने सिर में तेज आवाज, विस्फोट जैसी कई आवाजें सुनाई पड़ सकती है. इसे एपिसोडिक क्रेनियल सेंसरी शॉक (Episodic Cranial Sensory Shock) भी कहा जाता हैं. इस कंडीशन को पैरासोमनिया (Parasomnia) भी कहा जाता है. इस समस्या में सुनाई देने वाली आवाजें काल्पनिक होती हैं. ऐसा होने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए.
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एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम का कारण क्या है
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेPडिसिन के अनुसार, एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम है, जो अनजाने भय और चिंता से जुड़ा है. हाई लेवल का स्ट्रेस या नींद की कमी इस बीमारी का खतरा बढ़ा सकती है. रिसर्च के अनुसार, बुजुर्गों और महिलाओं में ये समस्या मुख्य तौर से मिलती है. इसके अलावा कॉलेज जाने वाले बच्चों में भी ये समस्याएं देखी जाती हैं.
एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम के लक्षण क्या होते हैं
1. ब्रेन के सेंसरी न्यूरॉन्स को बनाने वाले हिस्से में अचानक से इलेक्ट्रिकल एक्टीविटी महसूस होना.
2. इनर ईयर का क्षतिग्रस्त होना और समस्याओं से भागने से बचना.
3. कान में हमेशा झनझनाहट बने रहना.
4. गहरी नींद में अचानक से आंख खुल जाना.
5. सिरदर्द की समस्या बने रहना.
6. तनाव, डिप्रेशन और एंग्जाइटी डिसऑर्डर रहना.
एक्सप्लोडिंग हेड सिंड्रोम से कैसे बचें
1. तनाव से दूर रहें. योगा-मेडिटेशन और एक्सरसाइज करें.
2. स्लीप डिसऑर्डर से बचने के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं लें.
3. लाइप में हाइजीन मेंटेन करें. सोते समय आसपास अंधेरा करें. डिस्टर्ब करने वाली चीजों से खुद को बचाएं.
4. सिडेंटरी लाइफस्टाइल मेंटल हेल्थ को बढ़ाता है. काम के दौरान ब्रेक जरूर लेते रहें.
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