Khan Sir ने 7,000 राखियों के साथ मनाया रक्षा बंधन

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फैजल खान, जिन्हें उनकी गेम-चेंजिंग ऑनलाइन शिक्षण कक्षाओं के लिए 'Khan Sir' के नाम से जाना जाता है, जिसने देश भर के हजारों गरीब छात्रों को नौकरी पाने में मदद की है

Khan Sir ने 7,000 राखियों के साथ मनाया रक्षा बंधन

इस बार पटना के मशहूर शिक्षक खान सर के लिए कुछ खास रहा। 21 अगस्त 2024 को, खान सर ने 7,000 राखियों के साथ रक्षाबंधन मनाया। यह दिन उनके लिए और उनके हज़ारों छात्रों के लिए बहुत ही भावुक और यादगार बन गया।

खान सर, जिनकी पढ़ाई के अनूठे अंदाज और विनम्रता के कारण वे युवाओं में बहुत लोकप्रिय हैं, ने इस बार रक्षाबंधन को एक अलग ही अंदाज में मनाया। उनके छात्रों, जिनमें से कई लड़कियां हैं, ने अपने प्यारे शिक्षक के प्रति अपने सम्मान और प्रेम को व्यक्त करने के लिए उन्हें राखियां भेजीं। इस वर्ष, उन्हें कुल मिलाकर 7,000 राखियां प्राप्त हुईं, जिसे उन्होंने बेहद सम्मान और गर्व के साथ स्वीकार किया।

खान सर के लिए यह रक्षाबंधन केवल एक परंपरागत त्योहार नहीं था, बल्कि एक ऐसा अवसर था जो उनके और उनके छात्रों के बीच के अटूट बंधन को और मजबूत करता है। खान सर ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि इतनी सारी बहनें मुझे अपना भाई मानती हैं। यह रिश्ता किसी भी अन्य रिश्ते से कम नहीं है, और मैं इसे सदा संभाल कर रखूंगा।”

इस वर्ष के रक्षाबंधन की खास बात यह थी कि खान सर ने इन 7,000 राखियों के साथ पूरे दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। उन्होंने सुबह से ही राखियों को बांधना शुरू किया और यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। उनके छात्रों ने भी इस मौके पर अपने शिक्षक के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को जाहिर किया। यह दृश्य पटना के लोगों के लिए एक अनोखा अनुभव था, जहां एक शिक्षक और उसके छात्रों के बीच का बंधन इतनी गहराई से दिख रहा था।

खान सर ने इस मौके पर कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे अपने छात्रों को न केवल एक शिक्षक के रूप में, बल्कि एक बड़े भाई के रूप में भी मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह केवल एक रिश्ता नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदारी है। मेरी बहनों ने मुझ पर जो विश्वास और प्रेम दिखाया है, उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा।”

रक्षाबंधन के इस मौके पर खान सर ने यह भी सुनिश्चित किया कि वे हर एक राखी को अपने हाथ से बांधें। इसके लिए उन्होंने खास तौर पर समय निकाला और हर राखी को बांधते समय अपनी बहनों के प्रति अपने आभार को प्रकट किया। उन्होंने यह भी कहा कि हर एक राखी उनके दिल के बहुत करीब है और वे इस प्यार को सदा संजोकर रखेंगे।

इस अनोखे रक्षाबंधन के बाद, सोशल मीडिया पर खान सर और उनके छात्रों के इस खास मौके की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो गए। लोग उनके इस प्रेम और स्नेह को देखकर भावुक हो गए। ट्विटर और फेसबुक पर लोगों ने खान सर की तारीफ की और उन्हें ‘रक्षाबंधन के सच्चे हीरो’ का खिताब दिया। यह एक ऐसी कहानी है जो हर किसी के दिल को छू गई और खान सर के प्रति लोगों के प्यार और सम्मान को और भी बढ़ा दिया।

इस रक्षाबंधन पर खान सर ने यह भी संदेश दिया कि शिक्षक और छात्र का रिश्ता केवल ज्ञान देने और लेने का नहीं होता, बल्कि यह एक ऐसा बंधन है जो जीवनभर चलता है। उन्होंने कहा, “हमारे देश में शिक्षा का महत्व केवल किताबों तक सीमित नहीं है। यह हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है, और एक शिक्षक का कर्तव्य है कि वह अपने छात्रों के जीवन में एक मजबूत और सकारात्मक भूमिका निभाए।”

इस अनोखे रक्षाबंधन के बाद, पटना के लोग और खान सर के प्रशंसक इस बात पर गर्व महसूस कर रहे हैं कि उनका शहर ऐसे शिक्षकों से भरा हुआ है जो न केवल शिक्षा देते हैं, बल्कि अपने छात्रों के जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान भी रखते हैं।

खान सर का यह रक्षाबंधन का जश्न एक उदाहरण बन गया है कि कैसे एक शिक्षक अपने छात्रों के साथ एक गहरा और स्नेहमय संबंध बना सकता है। यह कहानी न केवल पटना, बल्कि पूरे देश में लोगों के दिलों को छू गई और एक बार फिर यह साबित किया कि शिक्षक और छात्र के बीच का बंधन अनमोल होता है।

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