बेतिया के योगापट्टी थाना क्षेत्र में एक बार फिर निजी क्लीनिक में डॉक्टर की लापरवाही ने एक महिला की जा.न ले ली. घटना फतेहपुर चौक स्थित नारायण क्लीनिक की है. जहां ऑ’परेशन के दौरान संगीता देवी नामक महिला की मौ”त हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए ह
मृ’तका की पहचान बगही निवासी मुकेश यादव की पत्नी संगीता देवी के रूप में की गई है. परिजनों का आरोप है कि पेट दर्द की शिकायत को लेकर महिला को डॉक्टर डीपी सिंह के क्लीनिक में भर्ती कराया गया था. जहां उन्हें बताया गया कि पेट में गांठ है और ऑपरेशन करना जरूरी है।
ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ती चली गई और इलाज के दौरान संगीता देवी की मौ:त हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही और गलत इलाज के कारण यह मौ:त हुई है. इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि डॉक्टर डीपी सिंह का नारायणी और नारायण क्लीनिक नाम से कई जगहों पर अस्पताल चलता है.जहां अक्सर इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. लोगों का कहना है कि डॉक्टर डीपी सिंह खुद को चिकित्सा पदाधिकारी बताकर कई जगह क्लीनिक चला रहे हैं. जबकि सरकारी सेवा में रहते हुए ऐसा करना नियमों के खिलाफ है।
स्थानीय निवासियों ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं कि जब बार-बार ऐसी घटनाएं सामने आती हैं. तब भी डॉक्टर डीपी सिंह के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं होती?
इस मामले में मृ”तक के परिजन और ग्रामीणों ने क्लीनिक में जमकर बवाल किया है और तोड़फोड़ की है वही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को किसी तरह शांत कराया
क्या एक ही डॉक्टर कई क्लीनिक खोलकर इलाज कर सकता है?
अगर डॉक्टर डीपी सिंह सरकारी चिकित्सक हैं.तो वह निजी क्लीनिक कैसे चला रहे हैं?
क्या स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से चल रहा है यह पूरा सिस्टम?
कितने और निर्दोष मरीजों की जा’न जाएगी, तब जाकर विभाग जागेगा?
स्थानीय लोगों की मांग.
पीड़ित परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर डीपी सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.साथ ही.नारायण क्लीनिक की पूरी जांच की मांग भी उठाई गई है।
बेतिया के इस मामले ने एक बार फिर निजी क्लीनिकों की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले को लेकर क्या कदम उठाता है।