smartphone side effects mobile notifications can also make you sick know disadvantages

admin
5 Min Read

Mobile Notification Side Effects : मोबाइल फोन हम सभी की लाइफ का हिस्सा बन गया है. सुबह उठने से लेकर देर रात सोने तक हम इसका इस्तेमाल करते हैं. आलम यह है कि ये नशे की लत की तरह जिंदगी पर छा गया है. इसके बिना तो बहुत से लोगों को नींद भी नहीं आती है. लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं है कि जागते-सोते मोबाइल (Mobile Side Effects) की लत उन्हें कितना और किस कदर नुकसान पहुंचा रही है. सिर्फ फोन ही नहीं इस पर आने वाला नोटिफिकेशन भी आपको बीमार कर सकता है. आइए जानते हैं इसके साइड इफेक्ट्स…

यह भी पढ़ें : आपके घर में रहने वाले इन जानवरों में भी हो सकता है बर्ड फ्लू, जानें बचाव

दिन-रात फोन चलाने और इसके नोटिफिकेशन के साइड इफेक्ट्स

1. सुबह उठते ही फोन को हाथ में लेकर किसी चीज के बारें में बार-बार सोचने से एंग्जाइटी हो सकती है. इससे हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है.

2. बार-बार मोबाइल स्क्रीन देखकर चेक करते रहने से चिंताएं बढ़ती है, शरीर की ऊर्जा कम होती है और थकान-सुस्ती महसूस होने लगती है.

3. सुबह उठते ही ई-मेल या नोटिफिकेशन चेक करके कुछ बातों को लेकर परेशान हो सकते हैं, जो दिल-दिमाग को उछला सकता है.

4. सुबह-सुबह ही अगर आपका मोबाइल ढेर सारे नोटिफिकेशन, मैसेज, ई-मेल, फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम सोचने-समझने की शक्ति छीन सकता है.

5. फोन और सोशल मीडिया पर बार-बार नोटिफिकेशन की वजह से चिड़चिड़ापन आ सकता है. इसका मूड पर निगेटिव असर पड़ सकता है.

6. सुबह उठते ही मोबाइल की नोटिफिकेशन देखने के बाद मन उन्हीं बातों को सोचता रहता है. अगर सोशल मीडिया के नोटिफिकेशन में कोई टेंशन वाली बात हो गई तो पूरा मूड बिगड़ सकता है.

7. रात में मोबाइल देखकर सोने और सुबह उठते ही मोबाइल देखने से डिप्रेशन गंभीर रूप से जकड़ सकता है. बात-बात पर गुस्सा आने लगता है.

यह भी पढ़ें : टीवी या फोन दिखाकर बच्चे को खाना खिलाते हैं आप? जान लीजिए ये कितना खतरनाक

मोबाइल फोन का नोटिफिकेशन कितना खतरनाक

फोन का ज्यादा इस्तेमाल लाइफस्टाइल पर निगेटिव असर डाल रहा है. कई बार तो ये जानलेवा भी हो सकता है. स्मार्टफोन की लत नोमोफोबिया (Nomophobia) कहलाती है. इसमें हर समय नोटिफिकेशन चेक करने, इसके मिस हो जाने, फोन खो जाने, फोन के बिना रहने का डर बना रहता है. एडोब की एक स्टडी में पाया गया कि देश के ज्यादातर युवा इस फोबिया के शिकार हैं. हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के एक्सपर्ट्स के अनुसार, फोन हो या कंप्यूटर या फिर लैपटॉप, इन पर आने वाले नोटिफिकेशन, वाइब्रेशन और अन्य अलर्ट हमें लगातार उनकी ओर देखने के लिए मजबूर करते रहते हैं. हम उनका ही इंतजार करते रहते हैं. इसके न होने पर बेचैन और अकेला महसूस करने लगते हैं. इस तरह ये नोटिफिकेशन कहीं न कहीं हमें बीमार बना रहे हैं.

क्या करें, क्या नहीं

1. फोन की सेटिंग्स में जाकर नोटिफिकेशन बंद करें, ताकि आपका ध्यान इस तरफ बार-बार न आए.

2. दिन के कुछ घंटे फोन का डेटा बंद रखें, ताकि इसकी ओर ध्यान न जाए.

3. बार-बार फोन चेक न करें. कुछ-कुछ घंटों में सिर्फ अपडेट्स देखें.

4. सुबह उठते ही कुछ घंटे फोन से दूरी बनाए, रात को सोने से एक घंटे पहले बंद कर दें.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

यह भी पढ़ें: ‘मुझे जीना ही नहीं है अब…’ दीपिका पादुकोण ने छात्रों को सुनाई अपने डिप्रेशन की कहानी

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

Share this Article
Leave a comment