Health Checkup : सिगरेट पीने से रुकता नहीं रक्तदान, विशेषज्ञों ने बताया सच जीवन बचाने आगे आएं!

admin
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Health Checkup : सिगरेट पीने से रुकता नहीं रक्तदान, विशेषज्ञों ने बताया सच जीवन बचाने आगे आएं!
Health Checkup : सिगरेट पीने से रुकता नहीं रक्तदान, विशेषज्ञों ने बताया सच जीवन बचाने आगे आएं!

News India Live, Digital Desk: Health Checkup :  अक्सर हमारे मन में यह सवाल उठता है कि अगर कोई सिगरेट पीता है, तो क्या वह रक्तदान कर सकता है? क्या उसका खून दान करने वाले के लिए सुरक्षित होगा? वर्ल्ड ब्लड डोनर डे (World Blood Donor Day) के मौके पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बड़े भ्रम को दूर कर दिया है।

तो क्या है असली जवाब?

विशेषज्ञों की मानें तो, जी हां, सिगरेट पीने वाले भी खून दान कर सकते हैं, बशर्ते उनकी सेहत अच्छी हो और उनमें रक्तदान के लिए कोई और मेडिकल बाधा न हो।

ऐसा क्यों, और कैसे?

आपको जानकर हैरानी होगी कि जब कोई सिगरेट पीता है, तो धुएं में मौजूद निकोटीन और दूसरे हानिकारक केमिकल्स उसके शरीर में रहते हैं। लेकिन, जब खून लिया जाता है, तो ये केमिकल पहले ही उसके शरीर के मेटाबॉलिज्म से ‘प्रोसेस’ हो चुके होते हैं। जो खून रक्तदाता के शरीर से निकलता है, वह तब तक आमतौर पर ‘स्वस्थ’ माना जाता है, जिसमें उन हानिकारक केमिकल्स का सीधे तौर पर ‘ज़हरीला’ असर मौजूद नहीं होता।

लेकिन, कुछ खास बातें हैं जिन पर ध्यान देना होगा:

  • सेहत का ख्याल: अगर स्मोकिंग की वजह से धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को कोई बड़ी बीमारी हो गई है (जैसे फेफड़ों की गंभीर बीमारी, दिल की बीमारी, या कोई एक्टिव कैंसर), तो वे खून दान नहीं कर सकते। ऐसे में, ब्लड बैंक वाले उनका टेस्ट करके ही ये फैसला लेते हैं।

  • दवाएं: अगर कोई धूम्रपान से संबंधित बीमारियों के लिए कोई दवा ले रहा है, तो उस दवा के आधार पर उसे रक्तदान करने से रोका जा सकता है।

  • तत्काल प्रभाव नहीं: डॉक्टरों का कहना है कि जब कोई धूम्रपान करता है, तो उसके शरीर पर भले ही दीर्घकालिक रूप से बुरा असर पड़ता है, लेकिन खून चढ़ाने वाले (जिसे खून मिलता है) पर निकोटीन का तुरंत कोई बुरा असर नहीं होता। क्योंकि खून में ये हानिकारक तत्व वैसी सांद्रता में नहीं होते कि वे तुरंत दुष्प्रभाव डालें।

अस्पतालों में कैसे होता है चुनाव?

अस्पतालों में जब भी कोई खून दान करने आता है, तो उनका पूरी तरह से ब्लड टेस्ट और सामान्य स्वास्थ्य की जांच की जाती है। खून के अंदर कोई इन्फेक्शन, वायरस या गंभीर केमिकल है या नहीं, ये सब जांचा जाता है। खून के ‘शुद्ध’ होने पर ही उसे किसी मरीज़ को चढ़ाया जाता है।

आखिरी और सबसे अहम बात:

वर्ल्ड ब्लड डोनर डे पर यह समझना ज़रूरी है कि सिगरेट भले ही खून दान करने में सीधे तौर पर बाधा न बने, लेकिन यह आपके अपने शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। यह फेफड़ों, दिल और दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए, अगर आप एक डोनर हैं और अपनी सेहत का ख्याल रखते हैं, तो स्मोकिंग छोड़ने का प्रयास करें।

आपका एक बूंद खून, किसी की ज़िंदगी बचा सकता है! तो अगर आप स्वस्थ हैं और धूम्रपान के अलावा कोई अन्य मेडिकल कंडीशन नहीं है, तो बेझिझक रक्तदान करें।

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