Gut Microbiome : बारिश में आपकी ‘फेवरेट’ चीज़ें सेहत के लिए बैड क्यों चाय-पकौड़े बन सकते हैं पेट दर्द का कारण

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Gut Microbiome : बारिश में आपकी 'फेवरेट' चीज़ें सेहत के लिए बैड क्यों चाय-पकौड़े बन सकते हैं पेट दर्द का कारण
Gut Microbiome : बारिश में आपकी ‘फेवरेट’ चीज़ें सेहत के लिए बैड क्यों चाय-पकौड़े बन सकते हैं पेट दर्द का कारण

News India Live, Digital Desk: Gut Microbiome : बारिश का मौसम (मॉनसून) शुरू होते ही, गरम-गरम चाय और पकौड़े खाने का मन हर किसी का करता है। यह एक ऐसा कॉम्बिनेशन है जो भारतीयों के लिए एक क्लासिक ट्रीट है। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि बारिश के मौसम में ऐसे तले-भुने पकवान और भारी नाश्ते का सेवन करना आपकी सेहत के लिए ‘खतरनाक’ साबित हो सकता है! यह आपको कई पेट संबंधी समस्याओं से लेकर कमजोर इम्यूनिटी तक का शिकार बना सकता है।

मॉनसून में क्यों बचें पकौड़े और ज़्यादा चाय से?

  1. कमजोर पाचन शक्ति (Weak Digestion):
    मॉनसून के दौरान हमारा पाचन तंत्र स्वाभाविक रूप से धीमा पड़ जाता है। इस समय नमी और उमस ज़्यादा होती है, जिससे हमारा शरीर भोजन को पचाने में ज़्यादा मेहनत करता है। ऐसे में पकौड़े जैसे तैलीय, गरिष्ठ (heavy) और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से पाचन पर और भी ज़्यादा दबाव पड़ता है। इससे पेट में भारीपन, अपच, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

  2. बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा (Risk of Bacterial Infection):
    बारिश के मौसम में हवा में नमी ज़्यादा होती है, जिससे बैक्टीरिया और फंगस पनपने की संभावना बढ़ जाती है। खासकर, बाहर के खुले में बने पकौड़े या तेल-फुर्सत वाली चीजें खाने से पेट में संक्रमण होने का खतरा बहुत ज़्यादा होता है। गंदे पानी या संक्रमित सामग्री का उपयोग करने पर टाइफाइड, पीलिया और फूड पॉइज़निंग भी हो सकती है।

  3. इम्यूनिटी कमज़ोर होना (Weakened Immunity):
    गरिष्ठ भोजन और ख़राब पाचन शरीर की ऊर्जा का ज़्यादातर हिस्सा उसे पचाने में लगा देते हैं। ऐसे में आपकी इम्यूनिटी पर बुरा असर पड़ता है, जिससे आप सर्दी, खांसी, बुखार और मौसमी इन्फेक्शन के प्रति ज़्यादा संवेदनशील हो जाते हैं। बारिश के मौसम में मजबूत इम्यूनिटी की ज़्यादा ज़रूरत होती है, न कि उसे कमजोर करने की।

  4. लिवर पर दबाव (Stress on Liver):
    तले हुए भोजन में बहुत ज़्यादा तेल और मसाले होते हैं, जिन्हें लिवर को प्रोसेस करने में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। लगातार ऐसे भोजन का सेवन करने से लिवर पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।

  5. ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव (Blood Pressure Fluctuations):
    कई बार पकौड़ों में अधिक नमक और मसाले होते हैं, जो रक्तचाप (Blood Pressure) को प्रभावित कर सकते हैं। ज्यादा तेल भी हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।

तो क्या करें? हेल्दी विकल्प क्या हैं?

मॉनसून में खाने के मन पर काबू पाना मुश्किल है, लेकिन आप स्वस्थ विकल्प चुन सकते हैं:

  • तले हुए पकौड़ों की जगह बेक्ड या एयर-फ्राइड स्नैक्स खाएं।

  • हल्का और सुपाच्य भोजन लें, जैसे खिचड़ी, दलिया या सूप।

  • मौसमी फलों और सब्ज़ियों का सेवन करें।

  • भरपूर पानी पिएं, गुनगुना पानी ज़्यादा फायदेमंद रहेगा।

  • अदरक वाली चाय पिएं, लेकिन कैफीन का ज़्यादा सेवन न करें।

मॉनसून में स्वाद का मज़ा ज़रूर लें, लेकिन अपनी सेहत को दांव पर लगाकर नहीं।

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