
News India live, Digital Desk : Digestive problems: क्या आपको हर दिन शौच जाने में परेशानी होती है? या कई-कई दिन तक आपका पेट ठीक से साफ नहीं होता? अगर हां, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए एक “रेड सिग्नल” यानी खतरे का संकेत हो सकता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में यह एक आम समस्या बन गई है, जिसे कब्ज (Constipation) कहते हैं। इसे मामूली समझकर नजरअंदाज करना भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
आइए समझते हैं कि यह समस्या क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।
क्यों होती है कब्ज की समस्या? (मुख्य कारण)
हमारी खराब जीवनशैली और गलत खान-पान ही इसके सबसे बड़े कारण हैं:
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फाइबर की कमी: भोजन में फल, सलाद और हरी सब्जियों जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों की कमी से मल सख्त हो जाता है और उसे बाहर निकलने में परेशानी होती है।
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पानी कम पीना: शरीर में पानी की कमी से आंतें मल से अधिक पानी सोख लेती हैं, जिससे वह सूखा और कठोर हो जाता है।
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शारीरिक गतिविधि का अभाव: दिन भर बैठे रहने या व्यायाम न करने से पाचन तंत्र सुस्त पड़ जाता है और आंतों की गति धीमी हो जाती है।
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मैदा और जंक फूड: पिज्जा, बर्गर, नूडल्स जैसे मैदे से बने और तले हुए खाद्य पदार्थ पचाने में भारी होते हैं और कब्ज पैदा करते हैं।
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तनाव (Stress): अत्यधिक तनाव भी हमारे पाचन तंत्र पर बुरा असर डालता है।
कब्ज के इन लक्षणों को पहचानें:
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हफ्ते में तीन बार से कम शौच जाना।
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मल का बहुत सख्त, सूखा या गांठदार होना।
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शौच करते समय बहुत जोर लगाना पड़ना या दर्द होना।
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शौच के बाद भी पेट के पूरी तरह से साफ न होने का अहसास।
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पेट में लगातार भारीपन, गैस या दर्द रहना।
कब्ज से बचने के आसान घरेलू उपाय:
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फाइबर युक्त भोजन खाएं: अपनी डाइट में सेब, पपीता, खीरा, गाजर, पालक, दालें, दलिया और ओट्स को शामिल करें।
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खूब पानी पिएं: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी ज़रूर पिएं। गुनगुना पानी पीना और भी फायदेमंद है।
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नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें, जॉगिंग करें या योग करें। इससे आंतों की कार्यप्रणाली में सुधार होता है।
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प्रोबायोटिक्स लें: दही और छाछ जैसे प्रोबायोटिक्स आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जो पाचन के लिए ज़रूरी हैं।
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एक निश्चित दिनचर्या बनाएं: शौच जाने का एक समय तय करें और उस समय शौच जाने की इच्छा को कभी भी रोकें नहीं।
डॉक्टर से कब मिलना जरूरी है?
अगर घरेलू उपाय अपनाने के कुछ हफ्तों बाद भी आपको आराम नहीं मिलता है, या आपको निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए:
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शौच में खून आना।
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पेट में बहुत तेज दर्द होना।
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बिना किसी कारण के वजन कम होना।
कब्ज सिर्फ एक असुविधा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि आपकी जीवनशैली और खान-पान सही नहीं है। समय पर ध्यान देकर आप कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
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