
News India Live, Digital Desk: Health Advice : विटामिन बी12 हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही ज़रूरी विटामिन है. यह हमारी तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) के स्वस्थ कामकाज, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और डीएनए संश्लेषण के लिए आवश्यक है. इसकी कमी होने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. जबकि दिन में इसकी कमी के कई सामान्य लक्षण जैसे थकान, कमज़ोरी, चक्कर आना और याद्दाश्त कमजोर होना महसूस हो सकते हैं, इसका एक खास लक्षण ऐसा है जो रात में ही प्रकट होता है और जिसे समझना बहुत ज़रूरी है.तो क्या है यह रात वाला लक्षण?हम बात कर रहे हैं रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (Restless Legs Syndrome – RLS) की. RLS एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को रात के समय या आराम करते समय पैरों में अजीब सी बेचैनी, खुजली, रेंगने जैसा अहसास या एक अनियंत्रित हरकत करने की तीव्र इच्छा महसूस होती है. यह इतना असहज होता है कि व्यक्ति को बार-बार अपने पैर हिलाने पड़ते हैं ताकि कुछ आराम मिल सके. इससे नींद भी प्रभावित होती है.विटामिन B12 और RLS का संबंध:कई शोध बताते हैं कि विटामिन बी12 की कमी रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम का एक संभावित कारण हो सकती है. विटामिन बी12 तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जब इसकी कमी होती है, तो नसें ठीक से काम नहीं कर पातीं, जिससे पैरों में यह अजीब बेचैनी महसूस होती है.अगर आपको ये लक्षण दिखते हैं तो क्या करें?अनदेखा न करें: अगर आपको अक्सर रात में अपने पैरों में इस तरह की बेचैनी महसूस होती है और आपको बार-बार पैर हिलाने पड़ते हैं, तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें.डॉक्टर से मिलें: तुरंत किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ से मिलें. डॉक्टर आपके लक्षणों को सुनकर और ज़रूरी ब्लड टेस्ट करवाकर विटामिन बी12 के स्तर की जांच करेंगे.सही इलाज: यदि विटामिन बी12 की कमी पाई जाती है, तो डॉक्टर इसके लिए सप्लीमेंट्स (गोलियां या इंजेक्शन) या आहार में बदलाव की सलाह देंगे. विटामिन बी12 मुख्य रूप से मांसाहारी खाद्य पदार्थों जैसे मीट, मछली, अंडे, और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है. शाकाहारियों को अक्सर इसकी कमी होने का खतरा ज़्यादा रहता है, इसलिए उन्हें fortified foods या सप्लीमेंट्स पर ध्यान देना चाहिए.समय पर विटामिन बी12 की कमी को पहचानना और उसका इलाज करना RLS के लक्षणों से राहत दिलाने और तंत्रिका तंत्र को होने वाले गंभीर नुकसान से बचाने के लिए बेहद ज़रूरी है. अपनी सेहत को कभी भी हल्के में न लें!
